Table of Contents
- मेटावर्स ( Metaverse ) क्या है ? (facebook and Metaverse)
- मेटावर्स ( Metaverse ) और फेसबुक ( Facebook ) (Facebook and Metaverse )
- मेटावर्स ( Metaverse ) की तकनीक कैसे काम करेगी ?(Metaverse Technique)
- मेटावर्स (Metaverse) में *अवतार* का उपयोग (Avtar ka kya Use hai Metaverse me)
- मेटावर्स ( Metaverse ) लिए सहायक तकनीकें
- मेटावर्स जो काम नहीं हो सकते
- मेटावर्स ( Metaverse ) के फायदे और नुकसान
- मेटावर्स लाभ :(Metaverse Advantages )
- मेटावर्स हानियाॅ :(Metaverse Disadvantages)
- मेटावर्स (Metaverse ) इस दौड में अनेकों कम्पनी हैं
- मेटावर्स (Metaverse ) का भविष्य
मेटावर्स ( Metaverse ) क्या है ? (facebook and Metaverse)

मेटावर्स क्या है ? आपको याद है , बचपन में हमें , नानी या दादी जब परियों की कहानी सुनाती थी। उस समय हमारे चारों तरफ का , पूरा वातावरण बदल जाता था और तब हम छोटे होते थे , उसमें पूरी तरह से खो जाते थे तथा उनके अन्धेरों से भूत अथवा राक्षस भी बाहर निकल कर हमें पकङने लगते थे । आज जब हम बङे हो गए है , तब वैसी ही रोंमानचक व हमारे चारों तरफ के वातावरण को बदलने वाली और वास्तविकता का अनुभव कराने वाली एक ऐसी तकनीक आ रही है , जो हमें ऐसी काल्पनिक दुनिया में ले जाएगी जहां हम पूरी तरह से खो जाएंगे या डूब जाएंगे । जी हाँ , मेटावर्स (Metaverse) इंटरनेट की दुनिया की भविष्य की तकनीक है। जहां हम अपने दोस्तों से रिश्तेदारों से घर बैठे मिल सकते हैं । उनसे मनचाहे वातावरण में बैठकर बातचीत कर सकते हैं या परिवार के उन लोगों से जो हमारे से बहुत दूर हैं । उनसे आमने-सामने बैठकर बातचीत कर सकते हैं । इतना ही नहीं हम इसकी मदद से अपने मनपसंद स्थान पर या किसी प्रसिद्ध स्थान घूमने जा सकते हैं और अपनी पसंद का कोई भी खेल खेल सकते हैं । अगर चाहें अपने पसंद के स्टेडियम में उसकी प्रैक्टिस भी कर सकते हैं , बिना किसी शुल्क को दिए तथा लाखों लोगों के सामने , अपने गीत-संगीत का प्रदर्शन भी कर सकते हैं । इसकी मदद से अपनी कला व कलाकृतियों को दुनिया के सामने दिखा सकते हैं तथा घर बैठे ही बाजार में जाकर अपनी मनपसंद चीज खरीद सकते हैं । अगर आप काम की तलाश में हैं । यहां आपको काम भी मिल जाएगा जिसके बदले आपको पैसे भी मिलेंगे , जिसमें आप अपनी योग्यता अनुसार बहुत से पैसे कमा सकते हैं और इन सब के लिए आपको घर से कहीं भी जाने की जरूरत नहीं होगी । यह सब आपको घर पर ही उपलब्ध होगा । तो आप तैयार हैं , मेटावर्स (Metaverse) के इस *मायाजाल* में प्रवेश करने के लिए ।
मेटावर्स ( Metaverse ) और फेसबुक ( Facebook ) (Facebook and Metaverse )
मेटावर्स क्या है ? , मेटावर्स (Metaverse) दो शब्दों से मिलकर बना है मेटा (Meta) और वर्स (Verse)। मेटा (Meta) का अर्थ है किसी चीज या स्थिति के परे (Beyond) और वर्स शब्द यूनिवर्स (Universe) से लिया गया है । इसमें मेटावर्स शब्द का सबसे पहले इस्तेमाल सन 1992 में एक वैज्ञानिक उपन्यास में किया गया था , जिसका नाम था स्नोक्रैश (Snow Crash ) इस वैज्ञानिक उपन्यास के लेखक नील स्टीफनसन (Neal Stiphenson) थे । जिसमें उन्होंने दिखाया था कि दुनिया की हालत इतनी खराब हो गई कि वह रहने लायक नहीं बची थी और लोग अपने वी.आर.हेडसेट (VR Headsets) के द्वारा एक नकली दुनिया में जी रहे थे । वहां अपने अवतारों (Cartoons) द्वारा अर्थात अपने अवतार बनाकर , एक दूसरे से मिलते जुलते थे , घूमते फिरते थे। यह सब वह अपने घरों के अंदर बैठकर या इमारतों के अंदर बैठकर बंद कमरों में किया करते थे । घरों और इमारतों के बाहर का वातावरण बहुत ही खराब हो चुका था । उस नकली आभासी दुनिया के अंदर , वह जो जीवन जी रहे थे उसका नाम ही मेटावर्स रखा गया था अर्थात तकनीक की मदद से इस दुनिया के परे की दुनिया , जिसमें दुनिया के सभी लोग अपना जीवन बिताने को मजबूर थे। उसी मेटावर्स को फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग फिर से चर्चा में ले आए जब उन्होंने कहा फेसबुक अब एक मेटावर्स कंपनी में बदलने जा रही है और उन्होंने इसे मेटावर्स ( Metaverse ) का नाम दिया और इसमें फेसबुक , व्हाट्सएप , इंस्टाग्राम सभी तीनों कंपनियां इसके अंतर्गत आएंगी । फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने यह कहा कि हम एक सोशल मीडिया कंपनी से अपनी कंपनी को एक मेटावर्स कंपनी में बदलना चाहते हैं तब यह शब्द और भी चर्चा में आ गया और इसमें मेटावर्स शब्द को पूरी दुनिया में फैलाने में फेसबुक का बहुत बड़ा हाथ है और मांर्क जुकरबर्ग इस मेटावर्स की तकनीक को विकसित करने के लिए , यूरोप के देशों में 10,000 लोगों की भर्ती करेंगे जो अगले 10 या 15 साल में इस मेटावर्स की तकनीक विकसित करने के लिए काम करेंगे ।
मेटावर्स ( Metaverse ) की तकनीक कैसे काम करेगी ?(Metaverse Technique)

मेटावर्स का उपयोग करने के लिए , एक वी.आर. हैडसेट ( V.R. Headsets ) की जरूरत पङेगी । अर्थात वर्चुअल रियलिटी हेडसेट यह वर्चुअल रियलिटी हेडसेट हेडफोन की तरह कानों के ऊपर और चश्मे की तरह आंखों के ऊपर फिट हो जाएगा जिससे हम त्रि-आयामी (3D/dimensions) तकनीक के द्वारा , एक दूसरे से मिल सकेंगे । लेकिन ऐसा बहुत ही संवेदनशील उपकरणों के द्वारा ही हो सकेगा । अभी जो भी हम फिल्मों टेलीविजन और मोबाइल में देखते हैं। वह द्वि-आयामी (2D/Dimension) तकनीक पर आधारित है और मेटावर्स 3D तकनीक से भी आगे की स्थिति है अगर हम वर्चुअल रियलिटी ( virtual reality ) उपयोग करे तो हम अपने चारों ओर दृश्य देेखते हैं अर्थात वो 360 कोण या डिग्री पर हम दृश्य देखते हैं । हम उस दृश्य का , एक हिस्सा बन जाते हैं । मेटावर्स काल्पनिक दुनिया और वास्तविक दुनिया का मिश्रण होगा अर्थात जिसे वर्चुअल रियलिटी (virtual reality) और ओगुमेंटिड रियलिटी ( Augmented reality ) का मिश्रित / हाइब्रिड रूप कहा जाएगा। इसमें आप एक ही जगह रहकर , अपने किसी भी दोस्त या रिश्तेदार से मिल सकते है। वह भी दुनिया के किसी भी कोने में बैठ कर इसी तरह से वर्चुअल रियलिटी हेडसेट लगाकर आपसे आमने-सामने बैठकर बातचीत कर सकेगा इसमें कार्यालय के लोगों से या व्यापार के संबंध में कोई मीटिंग भी बहुत आसानी से कर सकते हैं , वह भी बिना समय गँवाए ।
मेटावर्स (Metaverse) में *अवतार* का उपयोग (Avtar ka kya Use hai Metaverse me)
इसमें दोनों व्यक्ति अपना अपना एक कार्टून रूप तैयार करेंगे । जिसे आज की भाषा में अवतार कहा जाता है । हालीवुड की एक फिल्म आयी थी जिसका नाम *अवतार* था , जिसमें तकनीक की मदद से वैज्ञानिक दुसरे शरीर में प्रवेश करके अपनी इच्छानुसार घूमते रहते थे और काम करते थे। यह *अवतार* शब्द भारतीय भाषा हिन्दी संस्कृत से लिया गया है । अवतार शब्द का प्रयोग भारतीय संस्कृति में अक्सर किया जाता है । जैसे भारत के कुछ महापुरुषों के लिए कहा जाता है , वे भगवान के अवतार थे । इस अवतार के लिए कोई खास नियम नहीं है । इसमें हम अपनी पसंद का कोई अपना कार्टून रूप चुनकर , जो हम दुसरों को दिखाना चाहते हैं , के रूप में अपने आप को प्रस्तुत कर करते है । अलग अलग पस्थितियों के लिए अलग अलग अवतारों का निर्माण व उपयोग कर सकते हैं ।
मेटावर्स ( Metaverse ) लिए सहायक तकनीकें
मेटावर्स क्या है यह अब तक जान गए होंगे अब जानते हैं उसकी सहायक तकनीकों के बारे में मेटावर्स काल्पनिक दुनिया और वास्तविक दुनिया का मिश्रण है । उसका हाइब्रिड रूप है इसमें बहुत ही ज्यादा डाटा के आदान-प्रदान की जरूरत होगी और बहुत तेज इंटरनेट की गति की भी उपयोग होगा जिसके लिए 5G टेक्नोलॉजी की जरूरत पड़ेगी । इसमें हमें कुछ खरीदने या व्यपार (bussiness)करने की जरूरत अगर हमें किसी वस्तु को खरीदने की जरूरत पड़े या किसी सेवा की जरूरत पड़े या काम करने की जरूरत पङे तो उसके बदले हमें एक मुद्रा ( करेंसी ) की जरूरत पड़ेगी भुगतान (payment) लिए और वह करेंसी , आभासी मुद्रा ही हो सकती वह करेंसी क्रिप्टोकरंसी (Cryptocurrency) भी हो सकती है । फिर इस लेनदेन की सुरक्षा के लिए भी सारे उपाय करने पड़ेंगे और वह उपाय है ब्लॉकचेन ( Blockchain ) टेक्नोलॉजी । अगर हमें इसमें कोई प्रॉपर्टी खरीदनी हो या जमीन खरीदनी है तो उसको उसके प्रमाण के लिए , एनएफटी ( NFT ) की जरूरत पड़ेगी अर्थात ( Non-Fungible Token ) जो उस जमीन व प्रॉपर्टी के मालिकाना हक को एनएफटी प्रमाणित करेगा। अगर प्रॉपर्टी वर्चुअल ही हो तथा किसी कला अथवा कलाकृति के मालिकाना हक को भी एनएफटी प्रमाणित करेगा । किसी संगीत समारोह (कंसर्ट) के टिकट की प्राप्ति की प्रमाणिकता (prove) एनएफटी (NFT) ही करेगी ।
मेटावर्स जो काम नहीं हो सकते
इसमें सबकुछ ही हो सकेगा , केवल कुछ बातों को छोडकर जैसे इसमें खाना नहीं खा सकते , मलमूत्र त्याग (शौच) नही जा सकते और सो नहींसकते । दांपत्य निर्वाह नहीं कर सकते
मेटावर्स ( Metaverse ) के फायदे और नुकसान
मेटावर्स लाभ :(Metaverse Advantages )
1.समय की बचत
2.यातायात में उल्लेखनीय कमी
3.ईधन की बचत
4.शिक्षा के लिए उपयोगी
5.पर्यावरण के लिए बहुपयोगी
6.हजारों ग्राफिक विशेषज्ञों को नौकरी
7.नई नई वैज्ञानिक खोजों के लिए प्रेरणा
मेटावर्स हानियाॅ :(Metaverse Disadvantages)
1.नकली दुनिया की लत पङना
2.मानसिक स्वास्थ्य को खतरा
3.शारीरिक स्वास्थ्य को खतरा
4.निजी जिंदगी की गोपनीयता
5.असीमित डाटाबेस की सुरक्षा
मेटावर्स (Metaverse ) इस दौड में अनेकों कम्पनी हैं
एपिक गेम्स (Epic Games) का माक्रोसाफ्ट का प्रोजेक्ट मैश (Mesh ) गूगल का स्टार लाईन ( StarLine )
मेटावर्स (Metaverse ) का भविष्य
मेटावर्स क्या है मेटावर्स पर शौध ( Research ) के लिए फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने दस अरब डालर का फंड रक्खा है । दुनिया की कई अग्रणी कम्पनी इस होङ या दौङ में लगी है ऐसी तकनीकों को विकसित करने में लगी है जो इस काल्पनिक दुनिया को सच्चाई में बदल दें। इससे इसकाभविष्य तो उज्ज्वल ही लगता है ।मेटावर्स क्या है और इसकी तकनीक मैं अभी बहुत से आविष्कार उन्हें है उन्हीं में से एक है Magic Leap 2, मेटावर्स क्या है और इसकी आने वाली तकनीकों के बारे में अगर आप जानना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें .
जेपी मॉर्गन मेटावर्स क्या है Link https://cryptobirb.org/1st-metaverse-bank-jp-morgan-banne-ja-raha-hai/